Vodafone Idea : अभी टेलीकॉम सेक्टर में वोडाफोन आइडिया को लेकर बहुत चर्चा है। इस आर्टिकल में आपको हाल की स्थिति, कंपनी के फाइनेंशियल डाटा, मार्केट में उसकी जगह, अन्य कंपनियों से तुलना और निवेशकों की रुचि – सब कुछ सरल भाषा में विस्तार से मिलेगा।
Vodafone Idea
Vodafone Idea लिमिटेड का शेयर अब तक करीब ₹9 के आसपास ट्रेड कर रहा है। कंपनी का मार्केट कैप करीब ₹97,000 करोड़ है। लेकिन कंपनी काफी समय से घाटे में है और उसपर भारी कर्ज है। 2025 के लेटेस्ट बैलेंस शीट के मुताबिक कंपनी के ऊपर लंबे समय का लोन ₹1.82 लाख करोड़ है। कंपनी पिछली तिमाही में ₹6,608 करोड़ का शुद्ध घाटा दिखा चुकी है, जबकि उसके ऊपर AGR (Adjusted Gross Revenue) का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
सब्सक्राइबर बेस
Vodafone Idea का सब्सक्रिप्शन बेस लगातार कम हो रहा है। अगस्त 2025 तक इसके पास करीब 127 मिलियन वायरलेस सब्सक्राइबर रह गए, जबकि जियो के 483 मिलियन और एयरटेल के 294 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। कंपनी अपने बिजनेस को बचाने और ग्रोथ के लिए लगातार नए प्लान्स और ऑफर ला रही है, लेकिन मजबूत फाइनेंशियल पोजीशन के अभाव में ज्यादातर ग्राहक जियो और एयरटेल की ओर शिफ्ट हो रहे हैं।
फाइनेंशियल डाटा
2025 की बैलेंस शीट के अनुसार Vodafone Idea के पास टोटल शेयरहोल्डर्स फंड्स में नेगेटिव बैलेंस है, यानी उसके रिसोर्सेज से ज्यादा उसकी देनदारियां हैं। रिजर्व और सरप्लस -₹1.41 लाख करोड़ है। कंपनी पर कुल लायबिलिटीज ₹2.12 लाख करोड़ हैं और नेट सेल्स में हल्की ग्रोथ दिख रही है, लेकिन घाटा लगातार बढ़ रहा है।
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मार्केट कॉम्पिटिशन
भारती एयरटेल और रिलायंस जियो जैसी कंपनियां मार्केट में मजबूत स्थिति में हैं। इनकी फाइनेन्शियल हेल्थ काफ़ी अच्छी है, सब्सक्राइबर बेस भी लगातार बढ़ रहा है। एक्सपर्ट गौरांग शाह के मुताबिक इन कंपनियों में निवेश करना तुलनात्मक रूप से बेहतर साबित हो सकता है क्योंकि इनकी बैलेंस शीट मजबूत है और ऑपरेशनल प्रदर्शन शानदार रहा है।
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निवेशकों की रुचि
पिछले दो महीनों में वोडाफोन आइडिया के शेयर में हलचल देखी गई है। AGR मामले के फंड रिजॉल्यूशन की खबरों के चलते शेयर करीब 9 हफ्तों में 50% तक बढ़ गया था और अक्टूबर में 9% तक की उछाल आई। हालांकि लॉन्ग टर्म के लिए कंपनी की स्थिति कमजोर है, लेकिन स्पेकुलेटिव मोमेंट्स के चलते रिटेल इन्वेस्टर्स की इसमें रुचि बनी हुई है।
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